पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने  भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत  की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा है कि जिस प्रकार से ऋषभ खेल रहे हैं। उससे वह इस सीरीज के अंत तक  इंग्लैंड में सबसे ज़्यादा टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय खिलाड़ी बन सकते हैं। अभी ये रिकार्उ राहुल द्रविड़ के नाम है। ऋषभ ने पहले टेस्ट की दोनो ही पारियों में शतक लगाये हैं। इससे  ऋषभ  के इंग्लैंड में टेस्ट शतकों की संख्या 4 हो गई है, जो द्रविड़ 6 शतक से सिर्फ 2 कम है, और मांजरेकर को लगता है कि सीरीज में चार टेस्ट शेष रहने पर वह इंग्लैंड में सबसे अधिक टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज बनने के लिए पूर्व कप्तान की बराबरी कर सकते हैं या उनसे आगे निकल सकते हैं।
उन्होंने कहा, ऋषभ  इस टेस्ट टीम में विकेटकीपर के रूप में भारत की पहली और आखिरी पसंद हैं। अब अगर आप संख्याओं को देखें तो इंग्लैंड में टेस्ट में भारतीयों द्वारा सबसे अधिक 6 शतक साथ द्रविड़ सबसे आगे हैं। अचानक आपके पास उसी विशिष्ट वर्ग में ऋषभ  का नाम है।  उन्होंने कहा, आपके पास केएल राहुल हैं और आपके पास ऋषभ हैं। कौन जानता है, जब तक यह सीरी समाप्त होगी, ऋषभ द्रविड़ की बराबरी कर सकते हैं या उनसे आगे भी निकल सकते हैं। इस सीरीज में अभी चार टेस्ट मैच होने हैं जो कि ऋषभ  के लिए संभावित रूप से 8 पारियां हैं। उन्होंने पहले ही लगभग शानदार शुरुआत कर दी है। ऋषभ  दूसरी पारी में 140 गेंदों पर 118 रन बनाकर आउट हो गए। केएल राहुल ने पहली पारी में बल्ले से भी प्रभावशाली रहे, जबकि दूसरी पारी में उन्होंने दूसरी पारी में शतक लगा दिया। ऋषभ और राहुल ने चौथे विकेट के लिए 195 रन जोड़े, जो इंग्लैंड में टेस्ट मैच की दूसरी पारी के दौरान चौथे विकेट के लिए भारत की अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी है।
राहुल के योगदान और तकनीक के बारे में बात करते हुए मांजरेकर ने कहा, केएल की एकमात्र आलोचना निरंतरता है जो महानता का एक महत्वपूर्ण पैमाना है। लेकिन बल्लेबाजी तंत्र पर वह लगभग दोषरहित है। चाहे ऑस्ट्रेलिया हो, दक्षिण अफ्रीका हो, इंग्लैंड हो या न्यूजीलैंड, उनकी तकनीक में कोई स्पष्ट कमजोरी नहीं दिखती। यही कारण है कि वह सेना देशों में सफल हैं, पांच टेस्ट शतकों के साथ एशियाई सलामी बल्लेबाजों में सुनील गावस्कर के बाद दूसरे स्थान पर हैं।