रामपुरा नगर के नगर निरीक्षक श्री राधेश्याम डांगी की कार्य प्रणाली रोचक और न्याय प्रिय है इनकी कार्य प्रणाली के कारण लोगों में पुलिस के प्रति जन  विश्वास पैदा हुआ है आरोपी और आवेदक दोनों को साथ बिठाकर समस्या का समाधान करना उनकी लोकप्रिय कार्य प्रणाली को स्पष्ट परिलक्षित करता है अनुशासन के नाम पर अपने अधीनस्थ स्टाफ को भी सुथ सावर में रखते हैं लेकिन एक ऐसा मामला सामने आया जो  प्रश्न चिन्ह खड़े कर रहा है सब्जी मार्केट में कपड़े की सिलाई करने वाला व्यक्ति बहादुर यहां प्रतिदिन  शराब पीकर उत्पाद मचाता है ये प्रतिदिन सभी नेताओं पत्रकारों अपने सह जाती बंधुओं और यहां तक की अपने माता-पिता और भाई को भी गाली गलौज यह कर उत्पादन मचाता है यह एक दिन नहीं रोज-रोज का कार्य है जिसकी प्रवृत्ति से शहर का बच्चा-बच्चा वाकीप पर यहां तक की महिलाएं भी इससे भय भीत है रविवार को इसने सारी हदें उलांगते हुए नगर निरीक्षक राधेश्याम जी दांगी को सार्वजनिक रूप से सार्वजनिक स्थान पर गाली गलौज की इसका वीडियो बनाकर लोगो टी  आई साहब को ही भेज दिया जनता को यह ऐहसास था कि अब इस पर कड़ी कार्रवाई होगी और इसके आतंक से मुक्ति मिल जाएगी लेकीन जो कार्यवाही हुई हास्य पद दिखाई दे रही है भारतीय दंड विधान की धारा 151 शांति भंग की धारा में उसे जेल जरूर पहुंचा दिया लेकिन आबकारी ऐक्ट की धारा 34(1) 36च 355बी ए एम ए 68 ,294 सूत्रों की मिली जानकारी के अनुसार कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया गया जो विचारणीय प्रश्न है पुलिस की 151 की कार्रवाई और  आबकारी एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई नहीं होना मात्र 151 का प्रकरण बनाना नगर निरीक्षक राधेश्याम जी दांगी की कार्यप्रणाली पर एक प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है निष्पक्ष आवाज से तारीका राठौर कि रिपोर्ट मो 8085637012..🖊️🖊️🖊️