पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 को लेकर मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा के बाद लोगों से शांति बरतने की अपील की है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में सभी धर्मों के लोगों से एकजुट रहने और हिंसा से दूर रहने को कहा. साथ ही ममता ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार इस कानून का समर्थन नहीं करती और वह इसे राज्य में लागू नहीं करेंगी. उन्होंने कहा कि इस कानून के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है. जो इस इसका विरोध कर रहे हैं उन्हें केंद्र सरकार से जवाब मांगना होगा.

ममता ने अपने संदेश में लिखा कि हर इंसान की जान कीमती है और धर्म के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि मैं सभी धर्मों के लोगों से विनम्र अपील करती हूं कि वे शांत और संयमित रहें. धर्म के नाम पर कोई गलत व्यवहार न करें. जो लोग हिंसा भड़का रहे हैं, वे समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं. उन्होंने यह भी साफ किया कि वक्फ कानून उनकी सरकार ने नहीं, बल्कि केंद्र सरकार ने बनाया है. इसलिए लोगों को अपनी नाराजगी केंद्र से जाहिर करनी चाहिए.

हिंसा क्यों?
मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि जब उनकी सरकार ने इस कानून को लागू करने से इनकार कर दिया है, तो फिर हिंसा क्यों हो रहे हैं? उन्होंने कहा कि हमने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है कि हम इस कानून का समर्थन नहीं करते. इसे पश्चिम बंगाल में लागू नहीं किया जाएगा. फिर दंगों का क्या मतलब है? ममता ने चेतावनी दी कि दंगे भड़काने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने कहा कि हम हिंसा को बढ़ावा देने वालों को नहीं बख्शेंगे. ममता ने कुछ राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे वोट की राजनीति के लिए धर्म का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऐसे दलों के बहकावे में न आएं. ममता ने जोर देकर कहा कि धर्म का असली मतलब है मानवता, दया, सभ्यता और आपसी भाईचारा. उन्होंने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने को कहा.

मुर्शिदाबाद में मंगलवार और फिर शुक्रवार को वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई. इसमें कई लोग घायल हुए हैं. तमाम सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया. रेल लाइनें और हाइवे बाधित कर दी गईं. पुलिस पर भी पथराव किया गया. कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हुए. पुलिस ने अब तक 100 लोगों को गिरफ्तार किया है और इलाके में धारा 163 लागू कर दी है.