गंगा-यमुना में बाढ़ को लेकर प्रशासन सतर्क
कानपुर। बारिश की शुरुआत के साथ ही जिला प्रशासन गंगा व यमुना नदी में बाढ़ को लेकर सतर्क हो गया है। कलेक्ट्रेट में कंट्रोल रूम की शुरुआत की गई है। एडीएम वित्त एवं राजस्व विवेक चतुर्वेदी की निगरानी में 26 जून को बिल्हौर व सदर तहसील में बाढ़ आपदा पर पूर्वाभ्यास करके राहत व सुरक्षा की तैयारी परखी जाएगी।
एडीएम वित्त एवं राजस्व ने बताया कि उपाध्यक्ष उप्र राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण व राहत आयुक्त के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में तहसीलों में बाढ़ संबंधित पूर्वाभ्यास 26 जून को सुबह नौ बजे किया जाना है।
सदर तहसील में सरसैया घाट सिविल लाइंस में सरसैया घाट पर गंगा नदी में डूबते व्यक्तियों को बचाने, ग्राम कटरी शंकरपुर सरांय में गंगा में जल स्तर बढ़ने पर प्रभावित ग्रामीणों को निकालकर आश्रय स्थल पर ले जाने, राहत व अन्य सुविधाओं की उपलब्धता देखी जाएगी।
ऐसे ही बिल्हौर तहसील के ग्राम नानामऊ को खाली कराकर चिह्नित आश्रय स्थल पहुंचाने का पूर्वाभ्यास होगा। सदर तहसील में कलेक्ट्रेट नई बिल्डिंग में जिलास्तरीय कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है।
सहायक प्रभारी अधिकारी दैवीय आपदा रामानुज (मोबाइल नं-9454416404) की ड्यूटी लगाई गई है। कंट्रोल रूम का नंबर 0512-2985077 व टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1077 पर आने वाली सूचनाओं से अफसरों को अवगत कराएंगे। पूर्वाभ्यास के लिए सिविल डिफेंस, एनसीसी, एनएसएस व नेहरू युवा केंद्र से 25-25 सदस्यों को बुलाया गया है।
बिजली गिरने से मौत पर स्वजन को मिलेंगे चार लाख
एडीएम वित्त एवं राजस्व विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि आकाशीय बिजली गिरने से मौत पर आश्रितों को चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी। राजस्व कर्मी, प्रधान व स्थानीय जनप्रतिनिधि इसमें सहयोग करें।