J&K विधानसभा: जम्मू-कश्मीर विधानसभा परिसर में बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मेहराज मलिक की पीडीपी और भाजपा नेताओं से झड़प महंगी पड़ गई। इस दौरान भगवा पार्टी के विधायकों ने उनके साथ हाथापाई की। दरअसल, सदन की कार्यवाही स्थगित होते ही मलिक ने मुफ्ती मोहम्मद सईद के खिलाफ टिप्पणी कर दी, जिसके बाद उनकी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के कार्यकर्ताओं से हाथापाई हो गई। सईद के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने को लेकर पीडीपी कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया। विधानसभा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने बीच-बचाव कर दोनों पक्षों को अलग किया, तब जाकर स्थिति नियंत्रण में आई।

मलिक पर गुंडागर्दी का आरोप

पीडीपी समर्थकों ने मेहराज मलिक पर निशाना साधते हुए कहा कि वह खुद को विधायक कहते हैं, लेकिन उनके तौर-तरीके गुंडों जैसे हैं। उन्होंने मलिक पर पीडीपी संस्थापक दिवंगत मुफ्ती मोहम्मद सईद के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया और कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनके मुताबिक मलिक के खिलाफ एक पत्रकार के अपहरण का मामला भी दर्ज है, लेकिन पुलिस कार्रवाई से बच रही है। समर्थकों ने यह भी दावा किया कि मलिक लोगों को डराने-धमकाने और कई लोगों को ठगने में शामिल हैं। साथ ही उनका कहना है कि वह नेशनल कॉन्फ्रेंस का पक्ष लेने के लिए ही विधानसभा में बिना सोचे-समझे बोलते रहते हैं।

मैं किसी से नहीं डरता: मलिक

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मेहराज मलिक ने कहा कि ये लोग कौन होते हैं मुझे यह बताने वाले कि मुझे क्या बोलना चाहिए? मुझे किसी से कुछ सीखने की जरूरत नहीं है और न ही मैं किसी से डरता हूं। उन्होंने पीडीपी विधायक वहीद उर रहमान पारा पर हमला करते हुए उन्हें देशद्रोही बताया और कहा, "तुम देशद्रोही हो...तुमने माफिया को अंदर आने दिया। बाहर बहुत सारे लोग हैं, ये सब कौन हैं?"

गार्ड्स ने उन्हें अलग किया

सदन की कार्यवाही देखने आए सुरक्षाकर्मियों और अन्य लोगों ने आपस में झगड़ रहे विधायकों को अलग करने की कोशिश की। इसके बाद जैसे ही मेहराज मलिक सेंट्रल हॉल में पहुंचे, उन्होंने वहां फिर से भाजपा के खिलाफ ऊंची आवाज में बोलना शुरू कर दिया। इससे वहां मौजूद अन्य भाजपा विधायकों के साथ फिर से हाथापाई हो गई। बीच-बचाव करने की कोशिश में भाजपा विधायक मोहन लाल जमीन पर गिर पड़े, जबकि हीरानगर विधायक की शर्ट फट गई।

मीडिया से बातचीत

बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मेहराज मलिक ने कहा कि पीडीपी और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों ही मुझे चुप कराना चाहते हैं, लेकिन मैं चुप नहीं बैठूंगा। ये लोग कहते हैं कि मुझमें शिष्टाचार की कमी है और मुझमें सम्मान या शिष्टाचार नहीं है। क्या वे मुझे सिखाएंगे? मैं अपने दिल की सुनूंगा और जिनका मैं सम्मान करना चाहता हूं, वही मेरे लिए सम्मान के पात्र होंगे।