स्वच्छता सर्वेक्षण ने खोली रामपुरा की सफाई व्यवस्था की पोल नीमच जिले में रामपुरा जीरो नंबर पर

रामपुरा
स्वच्छता सर्वेक्षण में रामपुरा नगर की सफाई व्यवस्था की पूरी तरीके से पोल खोल दी है निष्पक्ष आवाज द्वारा समाचार के माध्यम से समय- समय पर स्वछता को लेकर अवगत कराया जाता है तो सफाई भी उसी क्षेत्र की होती है कहीं और तो जिम्मेदार परिषद का ध्यान ही कहा जाता है इसलिए रामपुरा नगर को स्वच्छता सर्वेक्षण में सबसे अंतिम पायदान पर पाया गया है याने की यहां की सफाई व्यवस्था 0 "जीरो" पर है और यह प्रमाणित और कटु सत्य है सफाई व्यवस्था ठीक नहीं होने से गंदगी के कारण बीमारियां भी फैल रही है पुरा नगर गंदगी से भरा हुआ है आजादी के बाद वर्तमान परिषद सबसे स्थरहीन परिषद मानी जा रही है प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव ने अपने शपथ ग्रहण के पश्चात ही पहली चेतावनी देते हुए कहा था की मुख्य मार्ग पर मांसाहारी सामान की बिक्री नहीं हो और इसके लिए प्रशासन को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे लेकीन आश्चर्यजनक बाद है नीमच गांधी सागर रोड पर ना का नम्बर 2 से लगा कर डांग बंगले तक बड़े-बड़े आकर्षक बोर्ड लगाकर खुले आम मांसाहारी वस्तुओं की बिक्री की जा रही है प्रति शुक्रवार मनासा को एसडीएम श्री पवन बावरिया इसी रास्ते से गुजर कर तहसील कार्यालय में एसडीम महोदय अपनी कैंप कोड़ लगते हैं खिमला प्लांट का निरीक्षण करने कलेक्टर डिप्टी कलेक्टर इसी रास्ते से गुजरते हैं लेकिन किसी भी जवाबदार अधिकारी का इस और ध्यान नहीं देना स्पष्ट रूप से रेखांकित करता है की राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण खुलेआम चल रही मांसाहारी दुकानों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है और मुख्यमंत्री जी के आदेश और निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है संतोषी माता से बाखडे के कुए तक अवैध गुमटियां रखी हुई है जैसे ऐसा स्पष्ट होता है कि नगर परिषद कहीं न कहीं अवैध लाभ कमा रही है नगर में आवारा पशुओं की भी भरमार है खुले में सांडों का युद्ध देखा जा सकता है और अनेक बार दुर्घटनाएं हो चुकी है सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने पर शिकायतकर्ता को बहला फुसला कर या डरा धमका कर शिकायत उठावाई जाती है और शिकायत का समाधान नहीं किया जा है निष्पक्ष आवाज से तारिका राठौर कि रिपोर्ट मो..8085637012🖊️🖊️