रामपुरा नगर के प्रसिद्ध तुलजा भवानी का मंदिर अरावली पहाड़ के नीचे स्थित है जहां प्रदेश भर से भक्त आए दिन दर्शन करने आते रहते हैं लेकिन यहां मंदिर पर ताला लगा हुआ रहता है पुजारी की तलाश कर मंदिर की चाबी मांग कर लाना पड़ती है तब जाकर भक्त को दर्शन करने का अवसर प्राप्त होता है यह अव्यवस्था पिछले अनेक वर्षों से चल रही है रिटायर ट्रेजरी ऑफिसर नंदकिशोर ओझा शांत हुए और उनके स्थान पर अन्य पुजारी की नियुक्ति हुई तब से यह अव्यवस्था चल रही है नवरात्रि में तो दर्शनार्थियों का ताता लगा हुआ रहता है तब भी पुजारी नदारत रहता है रगाई पुताई तो नहीं होना आम बात हो गई है ऐसा नहीं है पुजारी को पुजा करने के एवज मैं कुछ प्राप्त नहीं होता इस मंदिर पर नीमच मंदसौर जिले के अनेक स्थानों पर हजारों एकड़ भूमि का उपयोग पुजारी द्वारा किया जाता है पुजारी ने नियम विपरीत मंदिर की भूमि को लीज पर देकर एग्रीमेंट कर लाखों रुपए प्राप्त कर रखे हैं मंदिर की भूमि लीज पर देकर लाखों रुपए कमाने के बाद भी मंदिर पर ताला लगाना कहां की न्याय व्यवस्था है अभी हाल ही में मंदिर की जनोद स्थित भूमि शुद्ध पानी का आरो प्लांट लगाने पर लीज पर दी गई है वर्तमान पुजारी कि नियुक्ति भी अर्थ के आधार पर अवैधानिक ढंग से हुई है वह अन्य दावेदारों को षडयंत्र पूर्वक पुजारी पद की नियुक्ति से वंचित किया गया है यह दस्तावेजिक प्रमाण है मंदिर पर ताला लगा रहना भूमियों का दुरुपयोग के मामले को लेकर तथा पुजारी की षडयंत्र पूर्वक नियुक्ति के मामले में उज्जैन संभाग आयोग को लिखित शिकायत प्रेषित की गई है निष्पक्ष आवाज से तारीका राठौर कि रिपोर्ट मो 8085637012🖊️🖊️