जिला वन मंडला अधिकारी महोदय को ही मजाक में उड़ा दिया वन परिक्षेत्र के अधिकारी महोदय ने कछुऐ बेचने का मामला किया रफा दफा

विगत दिनों वन विभाग एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने जामपुर स्थित नई विधा के संवादाता मुकेश राठौर जो कि अपने आप को सर्वश्रेष्ठ और महाज्ञानी पत्रकार के रूप में अपनी ख्याति बताने का प्रयास कर रहे थे वे एक कुख्यात अपराधी के रूप में जनता के समक्ष वर्तमान में चर्चा का विषय में बन गए है बीते दिनों एक मामले मैं जेल यात्रा कर लौटे हैं और लौटन के लगभग 15 दिन बाद ही अवैध रूप से कछुए की बिक्री करने के मामले में एक व्हाट्सएप स्टेटस जारी किया था जिसमें स्पष्ट रूप से लिखा है की ₹ 7000 में कछुए बेचना है और मेरे है ऐसा विज्ञापन प्रसारित करने का मामला निष्पक्ष आवाज ने जिला वन मंडला अधिकारी के समक्ष रखा तब जाकर स्थानीय वन परीक्षेत्र अधिकारी की नींद जागी और जिला वन मंडला अधिकारी के निर्देश पर यह दबीज दी गई दबीज पडते पानी में रात 11 बजे दी गई पहले तो वन परिक्षेत्र अधिकारी ने जानकारी में यह बताया की पंचनामा बनाया है और वारेंट जारी किया और जांच चल रही है जब आज निष्पक्ष आवाज ने आज वन परिश्रेत्र अधिकारी के कार्यालय में पहुंचकर आवेदन प्रस्तुत किया की पंचनामे की नकल और की गई कार्रवाई का जांच प्रतिवेदन प्रदान करने की कृपा करें तब बड़ी शान से वन परिक्षेत्र अधिकारी ने कहाँ कि मौके पर कुछ नहीं पाया गया और पत्रकार महोदय ने मजाक मजाक में कछुआ बिक्री डालने का स्टेटस लगाया नई विधा जैसे प्रतिष्ठित अखबार के नाम से कार्य करने वाले तथाकथित पत्रकार महोदय मजाक मजाक में कछुए बेचने का स्टेटस डालते हैं मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला वन मंडला अधिकारी के निर्देश पर दबीज तो डालते हैं लेकिन सारे मामले को बड़ी चतुराई से रफा दफा किया जा रहा है अब इसके पीछे आर्थिक लाभ है या और कोई वजह की प्रमाणिकता निष्पक्ष आवाज के पास नहीं है लेकिन परिस्थिति जनसाक्श स्पष्ट रूप से यह परिलक्षित कर रहे हैं कि स्थानीय वन परिक्षेत्र अधिकारी ने संपूर्ण मामले को रफा दफा करने मैं लगे और मोबाइल पर डाले गए स्टेटस में दो कछुए₹7000 में बेचना है स्पष्ट लिखा हुआ था और यह स्पष्ट जानकारी जिला वन मंडला अधिकारी को दी गई अपने वरिष्ठ अधिकारियों को वन परिक्षेत्र अधिकारी रामपुरा ने सारे मामले को गोलमाल कर उन्हें भी गुमराह कर दिया और एक सार्वजनिक विज्ञपति जारी कर दी वन प्राणी घर में नहीं पाले और यह भी कह रहे हैं कि यह दंडनीय अपराध जबकि यहां पर वर्षों से विश्व प्रसिद्ध बाबा मुला खान साहब की दरगाह में वन प्राणी पाले जा रहे हैं और उन्हें पिंजरे में बंद कर प्रदर्शित किया जा रहा है स्टेटस साकक्ष समाप्त नहीं होता और मजाक में स्टेटस डालने की बात स्वीकार कर बयान देना की घटना को स्थानीय वन परिक्षेत्र अधिकारी ने मान लिया और अब तक कोई कार्रवाई नहीं की और कह रहे हैं कि जांच चल रही है जबकि पूर्व में बोला की वारेंट जारी किया और पंचनामा बनाया आवेदन पर जानकारी नहीं दे रहे है और कह रहे हैं की सूचना का अधिकार लगाए इससे तो ऐसा प्रतीत होता है कि जिला वन मंडला अधिकारी के निर्देशों को ही मजाक में उड़ा दिया गया वन परिक्षेत्र अधिकारी पर कार्रवाई करना जिला वन मंडला अधिकारी महोदय के विवेक पर निर्भर है निष्पक्ष आवाज से तारीका राठौर कि रिपोर्ट मो..8085637012🖊️🖊️