रामपुरा नीमच जिले के रामपुरा नगर में एक मासूम पीड़िता के साथ हुए दुष्कर्म को लेकर बवाल मचा हुआ है रामपुरा पुलिस की कार्य प्रणाली पर अनेक प्रश्न चिन्ह खड़े हो रहे हैं इस विषय को लेकर आज मुख्यमंत्री मोहन यादव कलेक्टर महोदय नीमच जिला पुलिस अधीक्षक महोदय नीमच एसडीओपी महोदय मनासा के नाम समस्त प्रजापत समाज रामपुरा मनासा तहसील के प्रजापत समाज के अध्यक्ष दशरथ प्रजापत के नेतृत्व में रामपुरा नगर की समस्त प्रजापत समाज की माताएं बहने युवा एवं वृद्धजन प्रजापत समाज के मंदिर पर एकत्रित हुए और वहां से मौन जुलूस प्रारंभ हुआ और तहसील प्रांगण पहुंचा और श्री दशरथ प्रजापत मनासा द्वारा ज्ञापन का वाचन कर मुख्यमंत्री कलेक्टर एवं एसपी महोदय और एसडीओपी महोदय को तहसीलदार महोदय रामपुरा के माध्यम से ज्ञापन पहुंचाने हेतु ज्ञापन सौपा ज्ञापन में निष्पक्ष जांच की मांग आरोपी एवं पीड़िता की डी एन ए टेस्ट की मांग की ज्ञापन में स्पष्ट उल्लेख किया गया कि रामपुरा पुलिस ने निष्पक्ष जांच किए बिना मधुसूदन पिता लक्ष्मी नारायण को न्यायालय से बिना पुलिस रिमांड लिया मात्र चड्डी में रखकर उसकी बेहरमी से पिटाई की बिना किसी प्रामाणित तथ्य के 19 मार्च को घर से उठाया और 20 मार्च को गिरफ्तारी बताई मधुसूदन लक्ष्मी नारायण को समाज जहां दोषी नहीं मान रहा है और यही चर्चा संपूर्ण नगर में है शहर के एक नामी आशु नाम के युवा को दोषी ठहराया जा रहा है पुलिस ने भी प्रारंभ में उससे पूछताछ की और छोड़ दिया आरोपी मधुसूदन की पत्नी अनीता ने यह स्पष्ट आरोप लगाया कि आशु नाम का नामक युवक पीड़िता का शारीरिक शोषण कर रहा था जिसकी जानकारी मेरे पति को थी इसी कारण मेरे पति को षडयंत्र पूर्वक कूंट रचनाकर साजिश पूर्वक झूठा फंसाया गया है ज्ञापन में प्रजापत समाज ने यह भी उल्लेख किया गया कि समाज पूरी तरह से सदभावना पूर्वक बालिका के साथ खड़ा है और बालिका को न्याय मिले यह प्रजापत समाज भी चाहता है बालिका के साथ कोई अन्याय ना हो और इसमें कोई भी छुटभैया नेता घटना को फेर बदल करने में शामिल है उसके खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया जाए ज्ञापन में प्रजापत समाज ने मांग की है लड़की के भाई ने मुख्य आरोपी के साथ मिलकर सीधे-साधे मजदूर मधुसूदन प्रजापत को मनगढ़ंत कहानी बनाकर झूठे आरोप में फंसा दिया और वास्तविक आरोपियों का बचाव कर दिया पुलिस से भी साठ गांठ कि और लड़की के परिवार वालों को भी धोखा दिया और आरोपीयों को बचा लिया प्रजापत समाज ने लड़की के भाई से भी कड़ी पूछताछ कर वास्तविक दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की और निर्दोष के साथ न्याय करने का आग्रह किया बालिका को अस्पताल ले जाकर गर्भ गिराने में भी भाई कि भूमिका है यह आरोप प्रजापत समाज द्वारा दिए गए ज्ञापन में लिखित रूप से लगाया गया है 26 फरवरी को पीड़िता के साथ बलात्कार होना बताया जा रहा है तो 20 मार्च को अपराध दर्ज कर मधुसूदन को 4:40 मिनट पर गिरफ्तारी बताई और 19 मार्च को आशु नामक युवक को थाने पर पूछताछ के लिए क्यों लाया गया और फिर पुनः उसे किस आधार पर छोड़ा जबकि पूरे शहर में आशु नामक युवक पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है जब पीड़िता ने नाम दर्ज रिपोर्ट की तो आशु नाम के युवक को थाने पर लाने की क्या आवश्यकता पड़ी क्या पीड़िता ने और भी नाम बताएं 18 मार्च से 21 मार्च तक के थाने के सभी कैमरौ की गहन छान बिन होना चाहिए पीड़िता के साथ जुड़े सभी रिश्तेदारों के मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकालना चाहिए तथा जिस अस्पताल में पीड़िता को भर्ती कराया गया उसे कैमरे को खंगाला जाना चाहिए जिला पुलिस अधीक्षक इस प्रकरण में निष्पक्ष भूमिका निभा रहे हैं दो महिला पुलिस अधिकारी और एक पुरुष पुलिस अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं रामपुरा क्षेत्र की जनता भी वास्तविक आरोपी को जेल की फाटक के अंदर देखना चाहती है जब तक यह नहीं होगा आंदोलन की रूपरेखा बनती रहेगी निष्पक्ष आवाज से तारिका राठौर कि रिपोर्ट मो..8085637012🖊️🖊️