सिंहस्थ महाकुंभ 2028 को लेकर प्रशासन अलर्ट, डीजीपी ने की उच्च स्तरीय बैठक

अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से दिया तैयारियों का ब्यौरा
अत्याधुनिक तकनीकों के साथ होगा सिंहस्थ का संचालन, प्रयागराज कुंभ-2025 के अनुभवों से ली गई प्रेरणा
भोपाल,/ उज्जैन में वर्ष 2028 में आयोजित होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ के शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सुव्यवस्थित संचालन के लिए मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। इसी क्रम में आज दिनांक 11 जुलाई 2025 को पुलिस महानिदेशक श्री कैलाश मकवाणा की अध्यक्षता में पुलिस मुख्यालय, भोपाल के कांफ्रेंस हॉल में समीक्षा बैठक आयोजित की गई।सिंहस्थ-2028 की तैयारियों को लेकर आयोजित इस वृहद बैठक में पुलिस मुख्यालय, भोपाल के वरिष्ठ अधिकारीगण जैसे विशेष पुलिस महानिदेशक, अतिरिक्त महानिदेशक गुप्तवार्ता/सायबर, दूरसंचार, रेल, प्रशिक्षण, योजना/प्रबंध, PTRI तथा विसबल, IG भोपाल ग्रामीण, IG का.व्य. एवं सुरक्षा, DIG SDRF, DIG एएनओ/नोडल अधिकारी सिंहस्थ, पुलिस आयुक्त भोपाल, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त भोपाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे। साथ ही, वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ADG उज्जैन जोन, पुलिस आयुक्त इंदौर, IG व DIG इंदौर ग्रामीण, DIG उज्जैन रेंज तथा उज्जैन, खण्डवा, खरगौन, देवास, शाजापुर, धार, रतलाम, सीहोर एवं आगर-मालवा के पुलिस अधीक्षक बैठक से वर्चुअल रूप से जुड़े।
डीजीपी के समक्ष प्रस्तुत प्रजेंटेशन में इन प्रमुख बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया:
भीड़ प्रबंधन (Crowd Management):
करोड़ों श्रद्धालुओं की संभावित उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए रूट प्लानिंग, पार्किंग जोन, अलग-अलग घाटों पर प्रवेश-निकासी मार्ग तैयार किए गए। घाट क्षेत्रों पर सुरक्षा, यातायात नियंत्रण, स्वास्थ्य सहायता और भीड़ नियंत्रण हेतु अतिरिक्त बल की व्यवस्था भी की जाएगी। क्यू सिस्टम, डिजिटल साइनबोर्ड्स एवं वालंटियर सहायता केंद्र बनाए जाएंगे।
ड्रोन और CCTV निगरानी:
संवेदनशील क्षेत्रों पर ड्रोन कैमरों की तैनाती की जाएगी। हाई रिज़ॉल्यूशन वाले AI-सक्षम CCTV कैमरे सभी प्रमुख मार्गों, स्नान घाटों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में लगाए जाएंगे।
संचार एवं इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम:
रीयल टाइम निगरानी हेतु फील्ड कम्युनिकेशन यूनिट एवं इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम (ICR) स्थापित किया जाएगा। पुलिस नेटवर्क को मजबूत करने हेतु वायरलेस और मोबाइल कंट्रोल यूनिट्स सक्रिय रहेंगी।
साइबर सुरक्षा:
डिजिटल माध्यमों से अफवाह फैलाने या ऑनलाइन ठगी की कोशिशों पर नियंत्रण के लिए साइबर मॉनिटरिंग यूनिट कार्यरत रहेगी।सोशल मीडिया कंटेंट और डिजिटल गतिविधियों की लाइव मॉनिटरिंग होगी।
कानून व्यवस्था एवं बल की तैनाती:
सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए QRT, RAF, महिला पुलिस, ट्रैफिक नियंत्रण बल, और स्थानीय पुलिस की विस्तृत तैनाती। हर सेक्टर में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति और गश्त के लिए मोबाइल यूनिट्स तैयार।
टेलीकॉम नेटवर्क सुदृढ़ीकरण:
श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए मोबाइल नेटवर्क बाधित न हो, इसके लिए अस्थायी मोबाइल टॉवर, नेटवर्क बूस्टर और हाई-स्पीड डेटा कनेक्टिविटी की योजना बनाई गई है।
होमगार्ड और वालंटियर सहयोग:
होमगार्ड, एनसीसी, स्काउट एवं सिविल डिफेंस स्वयंसेवकों की तैनाती से व्यवस्थाएं और अधिक सुदृढ़ होंगी।
पुलिस हाउसिंग की विशेष व्यवस्था:
ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के लिए विशेष आवासीय व्यवस्था (Police Housing) की जाएगी, जिसमें अस्थायी आवासीय शिविर, कैंटीन, स्वास्थ्य सुविधा और विश्राम क्षेत्र शामिल हैं। ड्यूटी रोस्टर के अनुसार रहने-खाने की सुविधाएं पुलिसकर्मियों को उपलब्ध कराई जाएंगी। सिंहस्थ के दौरान ओंकारेश्वर जिला खंडवा में भी श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि की संभावना को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक खंडवा द्वारा स्थानीय स्तर पर सुरक्षा और व्यवस्था की विशेष रणनीति तैयार कर प्रेजेंटेशन दिया गया।