पुतिन ने तेज किए ड्रोन अटैक, यूरोप के दो देश उतरे यूक्रेन के समर्थन में
यूक्रेन के खात्मे के लिए पुतिन ने ऐसा प्लान बनाया है. जो जेलेंस्की के लिए बहुत बड़ी टेंशन बन गया है. कीव पर जीत के लिए पुतिन ने जो फॉर्मूला बनाया है. अगर वो कामयाब रहा तो कुछ हफ्तों में ही यूक्रेन सरेंडर कर सकता है. पुतिन ने यूक्रेन पर हर दिन एक हजार ड्रोन से हमलों का प्लान रेडी किया है. पिछले 72 घंटों से यूक्रेन पर रूस ड्रोन से भीषण हमले भी कर रहा है. रूस के नए हमलों में कीव से लेकर खारकीव तक भारी तबाही हुई है. रूस के हमलों में तेजी को देखते हुए लंदन में उन देशों की बैठक हुई है जो यूक्रेन को समर्थन कर रहे हैं, इनमें ब्रिटेन और फ्रांस ने यूक्रेन की रक्षा का संकल्प लिया है.
यूक्रेन के शहरों पर रूस 72 घंटे से लगातार बारूद बरसा रहा है. कीव से लेकर खारकीव तक रूस की ऐसी ड्रोन-वर्षा हो रही है कि यूक्रेन के शहरों में हर तरफ शोले उठते देखे जा रहे हैं.शुक्रवार को भी कीव, खारकीव, डोनेस्क, ओडेसा, मायकोलेव और निकोलेव में रूस ने विध्वंसक ड्रोन अटैक किए. यूक्रेन के शहरों में रूस के ये घातक हमले क्या पुतिन के उस प्लान का टेस्ट हैं, जिसके बारे में जेलेंस्की ने आशंका जताई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन पर ड्रोन प्रहार में रूस एक राउंड में करीब 800 ड्रोन हमले कर रहा है.रूस अब यूक्रेन पर हर दिन 1000 ड्रोन दागने की तैयारी में है.
धुएं से भर गया कीव का आसमान
पिछली रात भी कीव पर रूस ने ड्रोन से भीषण प्रहार किया, जिसके बाद शहर का आसमान आग की लपटों और धुएं से भर गया. यूक्रेन की राजधानी कीव को दहलाने के लिए रूस ने ड्रोन्स के साथ-साथ मिसाइल से भी हमले किए,जिसमें कम से कम दो लोगों की मौत की खबर है. ये हमला यूक्रेन पर अब तक के सबसे बड़े रूसी हवाई हमले के एक दिन बाद हुआ. रूस ने इससे पहले पिछले दो दिनों में यूक्रेन के शहरों पर 700 से ज्यादा कामकाजी ड्रोन से हमले किए थे. रूस ने यूक्रेन के शहरों पर मिसाइलों से भी कहर बरपाया था. इन हमलों में कीव के अलावा यूक्रेन के 10 और शहरों को निशाना बनाया गया था. इन हमलों के अभी 48 घंटे भी नहीं बीते थे तब तक रूस ने कीव से लेकर खारकीव तक ड्रोन हमलों की रफ्तार बढ़ा दी.
खारकीव में मेडिकल सेंटर को बनाया निशाना
रूस ने खारकीव के मध्य क्षेत्र में शाहेद ड्रोन से हमला किया. खारकीव के स्थानीय प्रशासन के मुताबिक खारकीव में एक मेडिकल सेंटर को भी निशाना बनाया गया. खारकीव पर रूस के ड्रोन हमलों का खतरा अभी बरकरार है. खारकीव और और पूरे क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है. रूस अभी तक यूक्रेन के 54 ड्रोन ऑपरेशन सेंटर तबाह कर चुका है. यूक्रेन के 4 स्टारलिंक टर्मिनल स्टेशन भी नष्ट हो चुके हैं.
लंदन में हुई कोएलिशन ऑफ द विलिंग की बैठक
लंदन में हुई कोएलिशन ऑफ द विलिंग की बैठक हुई है. यानी उन देशों के समूह की बैठक जो यूक्रेन को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसी प्रतिबद्धता को निभाने के लिए दो बड़े फैसले किए गए हैं. पहला फैसला है यूक्रेन में यूरोप की सेना को उतारना, जबकि दूसर फैसला है, यूक्रेन को हथियारों से संपन्न बनाना. इस जंग में जो दो देश बड़ी भूमिका निभाएंगे वे ब्रिटेन और फ्रांस हैं. यही दो देश हैं, जो रूस के खिलाफ इस जंग में अब रूस के खिलाफ संयुक्त मोर्चे का नेतृत्व करेंगे.
क्या करेंगे फ्रांस और ब्रिटेन?
इस फैसले के तहत यूक्रेन में सहयोगी देशों के 50 हज़ार सैनिक तैनात होंगे. इनमें सबसे ज्यादा 10 हज़ार सैनिक ब्रिटेन के होंगे और बाकी यूरोपीय देशों की ब्रिगेड मिलाकर एक सैन्य कोर बनाई जाएगी. यही नहीं इस बैठक में हथियार हासिल करने के लिए यूक्रेन के रास्ते भी खोल दिए गए हैं. यानी ब्रिटेन और यूक्रेन ने एक रक्षा समझौता कर लिया है. जिसके तहत कीव की वायु रक्षा जरूरतों के लिए 5 हजार मिसाइलें ब्रिटेन देगा. ये सौदा 2.5 बिलियन पाउंड यानी 2 खरब 90 अरब रुपये से ज्यादा का है. इसके तहत 19 वर्षों तक यूक्रेन को मिसाइलों की आपूर्ति होती रहेगी. तो वहीं दूसरी तरफ फ्रांस ने उन्हीं घातक मिसाइलों का यूक्रेन के लिए 15 वर्ष बाद उत्पादन शुरू कर दिया है. इसके जरिए यूक्रेन ने रूस के अंदर तक प्रहार किए हैं.
फ्रांस बनाएगा स्टॉर्म शैडो मिसाइल
स्टॉर्म शैडो मिसाइल एक बार फिर यूक्रेन की ताकत बनने जा रही है. ये वही मिसाइल है, जिसे रूस और यूरोप के देश घातक स्कैल्प-EG मिसाइल के नाम से जानते हैं. इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि, स्टॉर्म शैडो एक क्रूज़ मिसाइल है. जो रूस के रडार की पकड़ से बाहर है. इसे और भी खास बनाता है, इसका एयर लॉन्च प्लेटफार्म और इस मिसाइल की खूबी ये भी है कि, स्टॉर्म शैडो मिसाइल किसी स्थिर टारगेट जैसे बुनियादी ढांचे को तबाह करने में सक्षम है. खूबी सिर्फ यही नहीं है, स्टॉर्म शैडो की विशेषता है इसकी बनावट है. इसका वजन 1,300 किलो ग्राम है, जबकि इसका 450 किलोग्राम का वॉरहेड और टारगेट को पूरी तरह से ध्वस्त कर सकता है. यही नहीं ये मिसाइल 500 किलोमीटर से भी ज्यादा ऑपरेटिव है.