भोपाल: सिविल सेवा दिवस समारोह के मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने डेढ़ दर्जन अधिकारी-कर्मचारियों को सीएम एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा “अधिकारियों के नवाचारों का संकलन किया जाए ताकि व्यवस्था के सुशासन में इनका उपयोग हो सके और भविष्य में इन नवाचारों पर सरकार काम कर सके.”

मुख्यमंत्री ने दिए प्राचीन काल के उदाहरण

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा “सिविल सर्विस का क्या महत्व है, इसका एक उदहारण 2200 साल पहले का है. उस समय चाणक्य ने चंद्रगुप्त को राजा बनाया, लेकिन मंत्री वे खुद बने. प्रशासनिक दक्षता के आधार पर नंद साम्राज्य के अमात्य को जिम्मेदारी सौंपी, क्योंकि वह अपने काम के लिए जाने जाते थे. उन्होंने अपनी राजनिष्ठा के साथ काम किया. वहीं सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सर्विस के लिए एक फ्रेम वर्क बनाया कि देश के सिविल सर्वेंट का आचार, विचार और व्यवहार कैसा होना चाहिए.”

विकसित मध्यप्रदेश के स्वप्न को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे: जैन

मुख्य सचिव अनुराग जैन ने कहा, 21 अप्रैल सिविल सेवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। सरदार पटेल का भाषण सबको याद है। पटेल ने जो कहा वो हमारे सामने आदर्श है। 3 बातें उन्होंने कही थी डिग्निटी, इंटीग्रिटी और…. एक सिविल सर्वेंट के नाते जब हम ये सोचें कि हमारे सिस्टम ने क्या अचीव किया। पॉलिटिकल लीडर हमें विजन देते हैं। उसे इम्प्लीमेंट करने का काम हम सब करते हैं। 2047 तक विकसित भारत और विकसित मध्यप्रदेश के स्वप्न को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। करप्शन फ्री गुड गवर्नेंस के लिए ऐसे देश का निर्माण हो जिसमें आम आदमी की जिंदगी बेहतर हो सके। नौजवान अफसरों के कंधों पर दोहरी जिम्मेदारी है। हमारे एसीएस साथियों की सर्विस कम बची है। यंग ऑफिसर्स विकसित भारत 2047 के संकल्प में अपना सर्वश्रेष्ठ दें।

इन्हें मिला मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार

प्रवीण सिंह, कलेक्टर सीहोर, अदिति गर्ग आईएएस, चन्द्र मोहन ठाकुर, एमडी भवन विकास निगम, ऋषभ गुप्ता, तत्कालीन कलेक्टर देवास, दिव्यांक सिंह, सीईओ स्मार्ट सिटी इंदौर, अमित तोमर, एमडी पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड इंदौर, गणेश शंकर मिश्रा, एमडी मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड भोपाल, संजय जोशी, प्रबंधक एमपीवीकेकेएल भोपाल, शीला दाहिमा, अतिरिक्त सचिव एमपी बोर्ड, डॉ इंदिरा दांगी, आष्टा जिला सीहोर की सहायक प्राध्यापक, शारदा डुडवे माध्यमिक शिक्षक, भाभरा झाबुआ, आलोक पौराणिक, प्राथमिक शिक्षक, पथरिया दमोह, माधव प्रसाद पटेल, माध्यमिक शिक्षक, लिधौरा जिला दमोह, यशपाल सिंह, प्राचार्य एकलव्य आवासीय स्कूल भोपाल, प्रो.बेला सचदेवा, सहायक प्राध्यापक, इंदौर, भूपेंद्र चौधरी, माध्यमिक शिक्षक, सिवनी।