आवारा पशुओं का शहर बन गया है रामपुरा क्यों उपयोग नहीं किया जा रहा है अवैधानिक गौशाला का क्या अवैध कब्जे के लिए ही किया गया है यह कार्य

रामपुरा नगर में आवारा पशुओं सूअर कुत्ते सांड गाय का नगर बन गया है चारों ओर सड़कों पर आवारा पशु घूमते रहते हैं जिसके कारण आए दिन दुर्घटनाएं भी होती है अनेक बच्चों को गिराने की घटना घट चुकी है बीते दिनों एक सांड ने रामपुरा नगर के प्रतिष्ठित समाजसेवी को सांड़ ने दुर्घटना ग्रत कर दिया था जिससे उनका उपचार इंदौर हॉस्पिटल में हुआ इस संबंध में जब सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की जाती है तो शिकायत का निराकरण करने की बजाय नगर पंचायत के कर्मचारियों के द्वारा ड़रा धमका कर शिकायत उठाने का कार्य किया जाता है और समस्या का निराकरण नहीं किया जाता नीमच कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा जिले के सभी मुख्य नगर पालिका अधिकारी को निर्देश दे रखे हैं की रोड़ पर आवारा पशु नजर नहीं आना चाहिए और इस दिशा में ठोस कार्रवाई की जाए लेकिन इसका परिपालन तो रामपुरा नगर पंचायत कतई नहीं कर रही है और आवारा पशुओं से महिलाएं बच्चे और आम नागरिक त्ररस्त्र ना. का. नंबर 2 कहने को तो बंद पड़े कुदवाड़े को खोल कर गोशाला संचालन का नाटक चल रहा है दूसरी और अभी हाल ही में बिना किसी नियम प्रक्रिया का पालन किए लोक निर्माण विभाग के पुराना थाना भवन पर हर हर महादेव आश्रम के संत श्री बालमुकुंद उपाध्याय के नाम का उपयोग कर एवं छाया चित्र लगाकर श्री राम गौशाला चालु कर दी गई इतने बड़े मैदान में मात्र पांच छे गाय है तो नगर में घूमने वाले आवारा पशुओं को प्रतिदिन धैर कर इस अवैधानिक गौशाला में क्यों नहीं बंद किए जाता है अगर ऐसा होता है तो नगर के नागरिकों को आवारा पशुओं से मुक्ति मिलेगी और दुर्घटना से भी मुक्ति मिलेगी महिला और बच्चों में भय समाप्त होगा जहां एक और इस गौशाला के नाम से चंदा इकट्ठा किया जा रहा है पुलिस क्वार्टर को तोड़कर पत्थर भी बेचे जा रहे हैं और गौशाला का समुचित उपयोग भी नहीं हो रहा है ऐसी स्थिति में इस गौशाला को प्रारंभ करने का क्या उचित है ऐसे अनेक प्रश्न चिन्ह खड़े हो रहे हैं प्रशासन ध्यान दें निष्पक्ष आवाज से तारीका राठौर कि रिपोर्ट मो🖊️🖊️ .8085637012