रामपुरा हम शुद्ध व सच्चे रूप से प्रत्येक छोटी-बड़ी घटना को निष्पक्ष रूप से लिखते हैं। चाहे सब हमारे विरुद्ध ही क्यों न जाए इससे हमें सच्चाई को और उजागर करने की शक्ति प्राप्त होती हैं 25 अप्रैल 1961 को अविभाजित मंदसौर जिले के कलेक्टर नगर के मध्य सभी कब्रस्तानों को हानिकारक मानते हुए डिस्मेंटल घोषित कर यहां मुर्दे दफनाने का आदेश बंद किया तथा मुर्दे दफनाने के लिए 17 दिसंबर 1961 को सर्वे नंबर1757/1 में से 5 एकड़ भूमि कब्रस्तान के लिए स्वीकृत की गई तथा दिनांक 24 12 1961 को डिस्मेंटल कब्रस्तान की भूमि का कब्जा नगर पंचायत रामपुरा को सौंप दिया गया उक्त सभी कब्रस्तानों की भूमि अभिलेखो मैं नगर पंचायत के स्वामित्व के अंतर्गत दर्ज कराई गई 1961 से लेकर 63 वर्षों से नगर पंचायत में भाजपा और कांग्रेस की राजनीति करने वाले नेताओं एवं 63 वर्षों से आज तक यहा नगर को संचालित करने वाले नौकरशाही एवं नगर के राजनीतिक करने वाले लोगों कुट रचित शाजिस के तहत अल्पसंकेत  इस बाहुल्य नगर ने अर्थ भी प्राप्त किया और वोट भी प्राप्त किया इस प्रकार की कार्य प्रणाली से नगर पंचायत का गठन होता रहा समय-समय पर इन डिस्मेंटल कब्रस्तान को लेकर विवाद भी हुए किसी भी व्यक्ति या किसी भी राजनीतिक दल ने इन डिस्मेंटल कब्रस्तानों की भूमि का विधि योग्य उपयोग करने की कोई पहल नगर पंचायत ने  नहीं की यह जरूर हुआ लालबाग स्थिति डिस्मेंटल कब्रस्तान में गांधी भवन के निर्माण का शिलान्यास हुआ था और पत्थर भी लगाया गया था जो बाद में उखाड़ कर फेंक दिया गया वर्तमान में सर्वे नंबर 6354 पूर्व में भी  दुकानें निर्मित की गई थी विवाद भी हुआ कुट रचित साजिश के तहत भाजपा के एक नेताजी ने कब्रस्तान में बनी एक दुकान ले ली और समझौता हो गया पूर्व में की गई दुकानों के ऊपर व्यावसायिक भवन बनाया गया तथा वर्तमान में और दुकान निर्मित की गई नगर पंचायत के वर्तमान सीएमओ ने डिस्मेंटल कब्रस्तान में लालबाग से धान मंडी जाने वाले रोड़ का निर्माण हो रहा है जिसमें डिस्मेंटल कब्रस्तान की सुरक्षा के लिए आर सी सी की दीवाल निर्मित कर समझौता कर  रोड़ निर्माण का कार्य प्रारंभ किया था इस संबंध में खोजी पत्रकार विनोद राठौर ने कलेक्टर महोदय को शिकायत की और विधायक भी आक्रोषित हुए और डिस्मेंटल कब्रस्तान मैं बन रही सेफ्टी दीवाल को तोड़ दी गई अब पुनः विधायक जी के हस्तक्षेप के बाद कार्य प्रारंभ हुआ इसमें विवाद की स्थिति बनी तो विधायक जी ने रोड निर्माण के संबंध में हर संभव का आश्वासन दिया तथा व्यावसायिक उपयोग के लिए बनाई गई दुकानों के सामने सर्वे नंबर 6354 जाली लगाने एवं दीवाल बनाने तथा बनी गई दुकान से नगर पंचायत को स्थान त्रित किए जाने की भी बात कह रहे हैं राजनीतिज्ञों एवं प्रशासन की विवेकहीनता देखिए की  सर्वे नंबर 6354 जिसका स्वामित्व नगर पंचायत को घोषित कर रखा है यहां पूर्व में बनाई गई दुकानें और वर्तमान में बनाई गई दुकानें और आवासीय भवन जो की अवैधानिक  रुप से दरगाह मैनेजर हकीमुद्दीन भाई लोखंडवाला दिए गए असत्य शपथ पत्र के आधार पर निर्माण कार्य किया गया है इसकी पुष्टि स्वयं सीएमओ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सामने स्वीकार कर चुके हैं ऐसी स्थिति में तो विधि अनुरूप भारतीय दंड विधान की धारा 420 120बी का अपराध बनता है तथा नगर की लोक शांति भंग करने की साजिश के तहत अपराध भी बनता है रिपोर्ट कर इस अवैधानिक निर्माण को मध्य प्रदेश शासन और जिला प्रशासन का पूर्ण रूप से सहयोग प्राप्त कर बुलडोजर चला कर इस अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करने का अधिकार है फिर राजनीतिज्ञ और प्रशासन चूहा बिल्ली का खेल क्यों खेलते हुए नजर आ रहे हैं और 63 साल से चल रहे इस  डिमेंटल कब्रस्तानों के विवादो  को समाप्त क्यों नहीं कर रहें हैं प्रदेश की डॉ श्री मोहन जी यादव की डबल इंजन सरकार को 63 वर्षों से चल रहे इस विवाद को समाप्त कर ही देना चाहिए निष्पक्ष आवाज एवं खोजी पत्रकार विनोद राठौर का तो यही मानना है पहुंच रहा है यह मामला डॉक्टर मोहन जी यादव के समक्ष निष्पक्ष आवाज से तारीका राठौर की रिपोर्ट मो. 8085637812✍️✍️