रामपुरा -अपने कर्मों को छुपाने के लिए अब तो सड़कों पर कालीन बिछाने लग गई नगर पंचायत

विगत 4 से 5 वर्षों से लालबाग से लेकर जगदीश मंदिर तक जाने वाले रास्ते का निर्माण नगर परिषद करना चाहती है लेकिन परिषद की द्रण इच्छा शक्ति नहीं होने के कारण इस रास्ते के निर्माण में हमेशा व्यवधान उत्पन्न होता है और निर्माण रुक जाता है इसका मूल कारण यह है कि नगर पंचायत की इच्छा शक्ति नहीं है और यहां राज्य शासन द्वारा घोषित किए गए डिस्मेंटल कब्रस्तान को लेकर विवाद खड़ा हो जाता है और नगर पालिका अपने दोनों हाथ मलकर रह जाती है जबकि कब्रस्तानों का स्वामित्व नगर पंचायत का है क्योंकि शासन ने सर्वे नंबर 3888.3890.43300.रेवेन्यु सर्वे नंबर 1242 तथा 6354.6356.6358.1265.पर कब्रस्तान को लेकर कलेक्टर जिला मंदसौर द्वारा उनके न्यायालय प्रकरण क्रमांक 239/57/22 नंबर ग.र.पा61 दिनांक 25 अप्रैल 1961 के द्वारा मध्य भारत नगर पालिका विधान 1954 की धारा 172 के अंतर्गत बंद करने का आदेश दिया गया है तब से उक्त कब्रस्तान बंद है और कब्जा दिनांक 24/12/1961 को नगर पंचायत को दे दिया इसकी एवज में सर्वे नंबर 1757/1/में से 5 एकड़ की भूमि नवीन कब्रस्तान को दी गई है तब से लालबाग स्थित कब्रस्तान तथा अन्य स्थानों पर स्थित कब्रस्तान बंद है तथा डिस्मेंटल घोषित कर बंद कर दी गई है लेकिन राजनीतिक स्वार्थ के चलते नगर पंचायत एवं अंजुमन इस्लाम से जुड़े लोग राजनीतिक नुरा कुश्ती करते रहते हैं और इसका स्थाई समाधान निकालने का प्रयास नहीं किया जाता है जिसका खामीयाजा आम जनता को भुगदना पड़ता है जैसा की पिछले 5 से 7 वर्षों से लेकर लालबाग से लेकर जगदीश मंदिर तक निर्माण अधीन रास्ते को लेकर विवाद खड़े हो रहे हैं और अपने कर्मों को छुपाने के लिए रास्ते पर कालीन बिछाना पड़ रही है कालीन बिछा दी तो क्या हुआ इससे तो और उल्टा हो गया शीतला माता मंदिर जाने वाली महिलाएं इस कालीन पर होकर गुजरती है धूल मिट्टी और कीचड़ से भरी इस कालीन के कारण वे पवित्र ढंग से माता की पूजा भी नहीं कर पाती और और गंदगी से भरे कपड़े और पैर लेकर घर जाना पड़ता है इससे तो नगर पालिका और भी गहरी चर्चा में आ गई है निष्पक्ष आवाज से तारीका राठौर की रिपोर्ट