रामपुरा के अरावली पर्वत पर 10000 नीम के पेड़ लगाने का ऐतिहासिक कार्य किया रफिक डागरिया ने वृक्षारोपण में भी बांदा बनी नगर पंचायत और स्वयं कर रही है अवैधानिक कार्य

आज विश्व पर्यावरण दिवस है पर्यावरण दिवस पर हम आपको नगर पंचायत की ऐसी स्थिति बताते हैं जो पर्यावरण का महत्व नहीं समझती है और पर्यावरण के प्रति जागरूक हरियाली और खुशहाली के लिए कार्य करने वाले लोगों को किस प्रकार परेशान करती है और अपनी विवेक हीनता का अनुपम उदाहरण किस प्रकार प्रस्तुत करती है इस संबंध प्रमाण के लिए फोटो सहित जानकारी उपलब्ध है श्री रफीक डागरिया पूर्व पार्षद है तथा प्रमुख अर्थशास्त्री और प्रोफेसर डॉ आर पी गुप्ता की प्रेरणा से इनके द्वारा जल संरक्षण एवं पौधारोपण के कार्य के लिए एक पंजीकृत संस्था बना रखी है इस संस्था के माध्यम से अरावली पर्वत पर 10000 नीम के पेड़ लगा चुके हैं तथा अन्य स्थानों पर भी वे आए दिन पेड़ लगाने का कार्य करते हैं ऐसा नहीं कि वह पेड़ लगाकर भूल जाते हैं वह पेड़ों को पानी देने के लिए प्रतिदिन जाते हैं और यदि नहीं जा सकते हैं मुतलिम नामक एक व्यक्ति को स्थाई रूप से वेतन भोगी कर्मचारी के रूप में रख रखा था जिसका स्वर्गवास होने के पश्चात एक अन्य कर्मचारी को स्थाई रूप से पेड़ों को पानी पिलाने के लिए रख रखा है पेड़ों की सुरक्षा के लिए बाकायदा वायर फेंसिंग भी कर रखी है इस कारण अरावली पर्वत हरा भरा और दर्शनी हो गया है प्रगति प्रेमी प्रातः काल इस और घूमने भी जाते हैं इसी संस्था के माध्यम से 14/9/2023 को एक बड़ का पेड़ पत्रकार बंटी राठौर, प्रवीण चौधरी, निजाम एवं रफीक डगरिया द्वारा बड़ का पेड़ लगाया गया इसकी सुरक्षा के लिए बाकायदा 3 गार्ड़ भी लगाया गया अब नगर पंचायत की स्थिति देखी अपने कर्मचारी और ट्रैक्टर को भेज कर 3 गार्ड़ भी जब्त किया और पेड़ भी उखाड़ ले गए नगर पंचायत का इस संबंध में अभी मत है रफीक डांगरिया पेड़ लगाकर इस भूमि पर अवैध कब्जा करना चाहता है अब इन विवेकहीन लोगों को कौन समझाएं की वृक्षारोपण करना और 3 गार्ड़ लगाना कब्जे की श्रेणी में नहीं आता है ऐसा विधि का विधान है अब यहां यह भी उल्लेखनीय हो जाता है की नगर पंचायत ने दरगाह मैनेजर के असत्य शपथ पत्र पर बिना डारवेशन अवैधानिक रूप से अनुमति दी जबकि यह भूमि शासन द्वारा नगर पंचायत को ही सौंपे जाने के आदेश और अपनी ही जेसीबी से गुपचुप तरीके से दुकानें निर्माण को प्रकट करने के उद्देश्य नगर पंचायत की जेसीबी से तोड़ी गई यह स्थिति है नगर पंचायत की आज विश्व पर्यावरण दिवस से नमामि गंगे कार्यक्रम प्रारंभ किया जाना है रामपुरा नगर में प्राचीनतम तलाब और बावड़ियां और वृक्षारोपण करने के लिए अच्छे स्थान है उनका चयन कर नमामि गंगे कार्यक्रम जो कि मुख्यमंत्री श्री मोहन जी यादव द्वारा किए जाने का आहान किया गया है भाजपा समर्थित इस नगर पंचायत में किसी प्रकार की कोई कार्य योजना नहीं बनाई है मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन करते हुए इस नगर में इस दिशा में व्यापक कार्य योजना बनाई जा सकती है नगर पंचायत को चाहिए कि वे इस दिशा में ध्यान दें निष्पक्ष आवाज से तारीका राठौर कि रिपोर्ट मो.8085637012